ना वाणी का बचन है ..
ना उपहारों का संग है..
ये शब्दों और अक्षरों का
आपके अभिनंदन का प्रसंग है..
आज जन्मदिन आपका देता हूँ मुबारकबाद ..
रहे चेहरे परआपके हमेशा मुस्कान ..
ना हो पाए माथे की सिकान से मुलाकात ..
ये दिन गिने आप जीवन में अनंतबार ..
आज जन्मदिन आपका देता हून मुबारकबाद ..
ना रिश्तों का बंधन है .
ना पहचान का संगम ..
बस मानव मूल्यों की पवित्रता का
यह अध्ययन है..
इसलिए ये शब्दों और अक्षरों का ..
आपके अभिनंदन का प्रसंग है..
आज जन्मदिन आपका देता हूँ मुबारकबाद
Saturday, September 19, 2009
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